आजकल सारे कार्य ऑनलाइन होते हैं, आप जब किसी दुकान से सामान खरीदते है तो वहां आपने QR कोड रखे हुए देखे होंगे आप उन QR कोड को स्कैन करके दुकानदार को पैसे दे सकते है तो क्या आपको पता है क्यूआर कोड क्या है? क्यूआर कोड स्कैन कैसे करें? अपना क्यूआर कोड कैसे बनाएं? नहीं पता तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए जिससे आप QR कोड के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके।
क्यूआर कोड क्या है?
QR कोड की पूरा नाम क्विक रिस्पॉन्स है, मतलब जब भी आप किसी QR कोड को स्कैन करते है, तो बहुत जल्दी से आप पेमेंट कर पाते है। मतलब की बहुत जल्द ही रिस्पॉन्स मिल जाता है।
QR कोड का उपयोग आजकल बढ़ता जा रहा है कोई इसे अपने विजिटिंग कार्ड पर लगाता है तो कोई अपने प्रोडक्ट्स पर और कोई अपनी दुकान पर इसे प्रिंट करवा के रख लेते है जिससे वो अपने ग्राहकों से डिजिटल पेमैंट ले सके।
QR कोड एक प्रकार की टेक्नोलोजी है जिससे आप अपने डाटा को इंक्रिप्ट करके स्टोर कर सकते है। सबसे पहले 1948 में QR कोड बनाया गया था और आजकल हम जिस डिजिटल QR कोड का उपयोग करते है वो 1994 में बनाया गया।
क्यूआर कोड स्कैन कैसे करें?
क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए –
- अपने फोन पर क्यूआर कोड रीडर खोलें।
- अपने डिवाइस को एक क्यूआर कोड पर पकड़ें ताकि वह आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन में स्पष्ट रूप से दिखाई दे। जब आप अपने स्मार्टफोन को क्यूआर कोड पर सही ढंग से रखते हैं तो फ़ोन स्वचालित रूप से कोड को स्कैन करता है।
- आपका स्कैनर कोड को पढ़ लेगा और सही आपको जगह भेज देगा।
- यदि आवश्यक हो, तो बटन दबाएं।
अपना क्यूआर कोड कैसे बनाएं?
- आप को सबसे पहले QR कोड जेनरेट नाम का एक ऐप डाउनलोड करना है ( प्ले स्टोर से)
- ऐप डाउनलोड करने के बाद ये ऐप आपसे कुछ परमिशन लेगा आपको परमिशन देनी है, ये ऐप आपसे फोटो, और मीडिया अकसेस करने की परमिशन लेगा आपको परमिशन देनी है
- इस ऐप में आपको एक स्कैन का एक ऑप्शन दिया जाता है जिससे आप किसी भी QR कोड को स्कैन कर सकते हो।
- इस ऐप में आपको एक जेनरेट का ऑप्शन दिया जाता है जिससे आप अपना QR कोड बना सकते हो।
- इस ऐप में एक ऑप्शन हिस्ट्री का दिया जाता है जिससे आप ये जान सकते हो कि आपने अभी तक कितने QR कोड स्कैन किया है और खुद के कितने QR कोड बनाया है।
- इस ऐप में आप सैटिंग में जाकर वाईब्रेंट और ऑटो फोकस को ऑन/ ऑफ कर सकते हो।
- इसमें आपको फ़्लैश लाइट का भी ऑप्शन दिया जाता है जिससे अगर आप रात में QR कोड स्कैन करना चाहे तो आप आसानी से कर सके
- यहां आपको एक गेलरी का भी ऑप्शन दिया जाता है जिससे अगर आपकी गेलरी में कोई QR कोड है तो आप उसे भी स्कैन कर सकते है।
- और एक फ्रंट कैमरा का भी ऑप्शन दिया जाता है जिससे आप अपने सामने के QR कोड को स्कैन कर सकते हैं।
- इस ऐप से आप टेक्स्ट, कॉन्टैक्ट, वेबसाइट का URL, Email, डाटा, SMS का QR कोड बना सकते है।
- अगर आप WIFI का QR कोड बनाना चाहते है तो आपको नेटवर्क का नाम पासवर्ड डाले इससे आपका WIFI का QR कोड बन जाता है आप इसे शेयर भी कर सकते है जब भी कोई इस QR कोड को स्कैन करेगा तो उसे इंफॉर्मेशन मिल जाएगी।
- अगर आप कॉन्टैक्ट के लिए QR कोड बनाना चाहते हैं तो आपको नाम, मोबाइल नंबर, एड्रेस, ईमेल आईडी, आपका QR कोड बन जाएगा
- इस ऐप से अगर आपकी गेलरी में कोई QR कोड है तो जब आप उस कोड को सेलेक्ट करेंगे तो ये ऐप अपने आप उस कोड को स्कैन कर देगा।
QR कोड काम कैसे करता है?
- इसमें एक वर्गाकार ग्रिड में पिक्सल की एक श्रृंखला में जानकारी होती है काले और सफेद वर्ग 0 से 9 तक की संख्याओं एवं विभिन्न भाषाओं के अक्षरों को दर्शाते हैं.
- क्यूआर कोड में 4000 से अधिक वर्णों को इनकोड किया जा सकता है.
- O.C.R (ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन) तकनीक द्वारा हस्तलिखित प्रिंटेड जानकारी को मशीन द्वारा पढ़ने योग्य डाटा में परिवर्तित किया जाता है।
- क्यू आर कोड स्कैनर का प्रयोग करके इसमें दी गई जानकारी को पढ़ा जा सकता है।
- क्यूआर कोड के पैटर्न को डिकोड करने के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है।।
क्यूआर कोड के लाभ
- इसमें विभिन्न प्रकार की जानकारियां (लोकेटर, आइडेंटी फायर, तथा ट्रैकर) सम्बन्धित जानकारियां स्टोर की जाती है।
- इसका उपयोग एक वेबसाइट की यूआरएल (यूनिफॉर्म रिसोर्सेज लोकेटर) को इनकोड करने के लिए किया जाता है जिसमें किसी कूपन, उत्पाद के बारे में जानकारी होती है।
- वही क्यूआर कोड का इस्तेमाल सुरक्षित रूप में व्हाट्सएप, टेलीग्राम, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स को वेबसाइट के रूप में एक्सेस करने के लिए भी इसका प्रयोग होता है।
- क्यूआर कोड सुरक्षित रूप से डिजिटल पेमेंट के लिए टेक्स्ट को प्रदर्शित करने, एवं कांटेक्ट को एड्रेस बुक में रखने, आयोजनों में समारोहों के टिकट आदि में भी क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया जाता है।
QR कोड की हानिया
- QR कोड को केवल मशीन के द्वारा ही पढ़ा जा सकता है एक आम आदमी इसको देखकर पता नहीं लगा सकता है कि इसमें कौन सी इंफॉर्मेशन छुपी हुई है।
- आपने सुना होगा कि क्यूआर कोड से आप अपनी निजता को बनाए रख सकते हैं ,लेकिन ऐसा नहीं होता क्योंकि कोई भी आप का क्यूआर कोड स्कैन करके इस में छुपी कोई इंफॉर्मेशन का पता आसानी से लगा सकता है।
QR कोड कितने प्रकार के होते हैं?
QR कोड दो प्रकार के होते हैं
1.डायनामिक या गतिशील क्यूआर कोड
इस प्रकार का क्यूआर कोड पेड़ होता है मतलब कि आपको इसके लिए पैसे देने होते हैं इसे आप लाइव QR Code भी कह सकते हैं इस प्रकार का क्यूआर कोड बार बार संपादित किया जा सकता है।
2.स्टैटिक क्यूआर कोड
इस प्रकार का क्यूआर कोड फ्री होता है अगर इसमें किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है तो आप उसको ठीक नहीं कर पाते हैं इसका प्रयोग सार्वजनिक सूचना को प्रसारित करने के लिए किया जाता है इसे आप बहुत कम बार संपादित कर पाते हैं।
निष्कर्ष – क्यूआर कोड क्या है?
आशा करते है कि यह पोस्ट आप के लिए मददगार रहा होगा। और आशा है कि अब आप क्यूआर कोड क्या है? क्यूआर कोड स्कैन कैसे करें? अपना क्यूआर कोड कैसे बनाएं? जान गए होंगे। हम आपके सुझावों और योगदान की सराहना करते हैं। अपनी सुझाव देने के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमें जरूर बताइये। शुक्रिया!
FAQ
सबसे पहले QR कोड किसने बनाया और कब?
सबसे पहले क्यूआर कोड 1994 में जापानी कॉरपोरेशन डेंसो वेब द्वारा बनाया गया।
भारत QR कोड क्या हैं?
भारत क्यूआर कोड एक केस लेस डिजिटल भुगतान प्रणाली है जो भारत सरकार द्वारा लांच की गई है।
बारकोड और QR कोड में क्या अंतर है?
जहां बारकोड में केवल किसी उत्पाद के बारे में भी जानकारी होती है( जैसे कि उसके सीरियल नंबर या मर्चेंट के बारे में) लेकिन क्यूआर कोड में आप बहुत सारी इंफॉर्मेशन स्टोर कर पाते हो जैसे कि वाईफाई पासवर्ड, किसी वेबसाइट का यूआरएल, ईमेल और भी बहुत सारी जानकारियां इस प्रकार क्यूआर कोड बारकोड की तुलना में अधिक आयामी होता है।