वर्तमान में स्मार्ट फोन आने के कारण हम अपने स्मार्ट फोन में इंटरनेट के माध्यम से जो चाहे देख सकते है। इससे टीवी की महत्व थोड़ी कम जरूर हुई है लेकिन हमें हमारे बचपन के वो दिन जरूर याद होंगे, जब हम अपने पूरे परिवार के साथ कई घंटे टीवी के सामने बिताते थे। टीवी के माध्यम से हम अपने पसंदीदा चैनल बड़े आराम से देख सकते है। पहले आपने देखा होगा कि गली, नुकड़ो पर नाटक होते रहते थे। क्योंकि उस समय वो एकमात्र मनोरंजन का साधन था। टीवी पर आप न्यूज, कार्टून, सीरियल, खेल सभी मनोरंजन प्रोग्राम एक ही साधन पर उपलब्ध है।
तो चलिए देखते है कि टेलीविजन क्या है? टीवी का आविष्कार किसने किया और भी अन्य रोचक तथ्य
टीवी या टेलीविजन क्या है? Television Kya Hai?
टीवी का पूरा नाम टेलीविजन है, हिंदी में इसे दूरदर्शन भी कहा जाता है। टेलीविजन एक दूर संचार का माध्यम है जिसमें दर्शकों को चलती हुई इमेज दिखाई जाती है। वीडियो के साथ साथ इसमें ध्वनि भी प्रसारित की जाती है। जिससे इसका आनंद और भी ज्यादा बढ़ जाता है। टेलीविजन मनोरंजन, समाचार, खेल का एक जनमाध्यम है। इसे दूरदर्शन इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह किसी दूर की वस्तु की चलती हुई इमेज हमारे सामने प्रस्तुत करता है।
1920 के अंत तक टीवी को प्रयोगात्मक रूप में ही उपलब्ध था जैसे-जैसे तकनीकी का विकास हुआ वैसे वैसे टीवी में भी सुधार होता गया पहले यह ब्लैक एंड वाइट में उपलब्ध था उसके बाद रंगीन टीवी शुरू हुआ जिसने टीवी तकनीक में क्रान्ति ला दी। तो अब आइये जानते हैं की टीवी का आविष्कार किसने किया?
टीवी का आविष्कार किसने किया था?
टेलीविजन(TV) के आविष्कार का श्रेय किसी एक वैज्ञानिक को नहीं दिया जा सकता क्योंकि शुरुआत किसी एक वैज्ञानिक ने की है लेकिन इसे वर्तमान स्थिति तक पहुंचाने में बहुत सारे वैज्ञानिकों का योगदान है।
- सबसे पहले 1925 में जॉन लोगी बेयर्ड ने टेलीविजन का आविष्कार किया इन्होंने इसका नाम द टेलीविजर रखा।
- इसके बाद 1927 में पहला इलेक्ट्रॉनिक टीवी बना जिसका श्रेय फिलो फोंसवर्थ को जाता है।
- सबसे पहली कलर टीवी का आविष्कार 1938 में वरनर फ्लेचसिग ने किया।
- गोल्ड स्मारक नाम के वैज्ञानिक ने मैकेनिकल कलर टीवी का आविष्कार किया।
इस प्रकार स्पष्ट है कि सबसे पहले टेलीविजन का आविष्कार जॉन लोगी बेयर्ड ने ही किया। इसलिए इनको फादर ऑफ टेलीविजन भी कहा जाता है। (मतलब कि टेलीविजन के जन्मदाता) हालांकि वर्तमान स्थिति तक टेलीविजन को पहुंचाने में बहुत सारे वैज्ञानिकों का योगदान रहा। वर्तमान में भी बहुत सारे टेलीविजन आते जा रहे हैं जैसे एलईडी, एलसीडी, OLED आदि।
टीवी कैसे काम करता है?
एंटीना के माध्यम से
सेटेलाइट के माध्यम से सिग्नल एंटीना तक पहुंचाया जाता था। और वह एंटीना जो प्रत्येक घर में होती थी (पहले के समय में) उससे सिग्नल हमारे टीवी तक पहुंचाया जाता था। इस प्रकार से एंटीना के माध्यम से प्राचीन समय में टीवी चलता था।
केबल के माध्यम से
एंटीना के बाद जब तकनीक ने थोड़ा विकास किया तो जिन घरों में भी टीवी उपलब्ध था, उन सब में केबल जोड़ दी जाती थी। उस केबल के माध्यम से टीवी पर प्रसारण होता था। इसके लिए किसी भी प्रकार की एंटीना की जरूरत नहीं थी। लेकिन एंटीना और केबल प्रत्येक क्षेत्र में उपलब्ध नहीं हो सके बहुत सारे क्षेत्र थे दुर्गम क्षेत्र जहां पर केबल, एंटीना लगाना संभव नहीं था। वहां तक सिग्नल पहुंचाना संभव नहीं था। इसलिए तकनीकी माध्यम से टीवी का और भी विकास किया गया।
डिश एंटीना के माध्यम से
वर्तमान में आपने देखा होगा कि प्रत्येक घर में टीवी का प्रसारण उपलब्ध है। और आपने यह भी देखा होगा कि प्रत्येक घर की छत पर एक एंटीना लगा होता है। जिसे सामान्यतः पैराबोलिक एंटीना कहा जाता है। जिसे हम अपनी क्षेत्रीय भाषा में dish कहते हैं। वास्तव में वह एक एंटीना का प्रकार है। यह जो एंटीना है वह सेटेलाइट के माध्यम से सिग्नल प्राप्त करता है, एंटीना से यह सिग्नल जमीन में ब्रॉडकास्ट स्टेशन तक पहुंचाया जाता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि हम जो चाहे वह चैनल अपने टीवी पर कैसे देख सकते हैं? तो इसकी भी एक तकनीकी प्रक्रिया होती है, जितने भी चैनल है उनकी जो डाटास्ट्रीम होती है, उनको इनकोड किया जाता है और कंप्रेस किया जाता है। फिर उन डाटास्ट्रीम को सेटेलाइट की तरफ छोड़ दिया जाता है सेटेलाइट से रिफ्लेक्ट होकर यह डाटास्ट्रीम जमीन की तरफ सिग्नल देगी। फिर जो हमारा पैराबोलिक एंटीना है वह इन सिग्नल को प्राप्त करेगा, और वह इन सिग्नल को फोकस करेगा और इंटरनल पार्ट में वहां से एलएनबी के के माध्यम से सिग्नल सेटअप बॉक्स में जाएंगे।
सेटअप बॉक्स इन सिगनल्स को डिकोड करेगा मतलब कि वह उन्हें इस प्रकार से बनाएगा कि वह हमारे टीवी में प्ले हो सके।
टीवी का रिमोट कैसे काम करता?
टीवी का रिमोट इंफ्रारेड टेक्नोलॉजी के माध्यम से काम करता है इस टेक्नोलॉजी से एलईडी के माध्यम से IR लाइट का एमिड करती है। रिमोट पर जो कीपैड होता है उसके नीचे वास्तव में एक सर्किट प्लेट होती है। वहां हर बटन के ऊपर एक रब्बर का बटन होता है जब आप उस बटन को प्रेस करते हैं तो रिमोट के नीचे जो सर्किट है वह पूरा हो जाता है। और आपके रिसीवर को पता चल जाता है कि आप क्या काम करना चाहते हैं।
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आप वॉल्यूम ज्यादा करना चाहते हैं, मान लीजिए आपका टीवी टेक्स्ला कंपनी का है, टेक्स्ला टीवी का रिमोट टेक्स्ला वॉल्यूम को मान लीजिए कि 10111 मानता है, ये उनका एक विशेष कोड है अब जो आपके रिमोट में एलईडी है वह उसी पैटर्न में उस कोड को लिंक करेगी और जो रिसीवर है, वह उसे इंडक्ट कर लेगा और जो काम आप करना चाहते हो जाएगा।
टीवी कितने प्रकार के होते हैं?
CRT टीवी
इसका पूरा नाम कैथोड रेे ट्यूब है इस प्रकार की टीवी में कैथोड रे ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता है।इस कारण इसका वजन काफी होता है, एक बक्से जैसा प्रतीत होता था अभी इस प्रकार के टीवी नहीं मिलते हैं क्योंकि जैसे-जैसे तकनीकी की बढ़ोतरी हुई है वैसे-वैसे सीआरटी टीवी लुप्त हो चुके हैं।
LCD टीवी
इसकी फुल फॉर्म होती है लिक्विड क्रिस्टल डिस्पले। LCD के पीछे डिस्प्ले में CCFLलाइटिंग होती है जो ट्रांसपेरेंट चैनल के माध्यम से प्राप्त रंगो को आपकी आंखों तक पहुंचाता है।
LED टीवी
इसकी फुल फॉर्म होती है लाइट एमिटिंग डायोड। LED के बेक डिस्प्ले में जो लाइट होती है वह एलईडी का ही एक पैनल होता है। एलईडी एलसीडी की तुलना में काफी स्लिम होती है, एलईडी में माइक्रो डिमिंग तकनीक का प्रयोग किया जाता है।इसका मतलब है कि आप एक पर्टिकुलर एलईडी को ऑन /ऑफ कर सकते हो।
OLED टीवी
इसकी फुल फॉर्म होती है एन ऑर्गेनिक लाइट एमिटिंग डायोड इस प्रकार की टीवी में अपने प्रत्येक पिक्सेल की अपनी एक लाइट होती है. यह टीवी काफी महंगे होते हैं। लेकिन एलसीडी और एलईडी की तुलना में काफी स्लिम होते हैं।
Quantum डॉट टीवी
इस प्रकार की टीवी के डिस्प्ले पर क्वांटम का यूज़ होता है। इस टीवी में आप जो कलर्स देखना चाहते हैं वह देख सकते हैं मतलब आप लाइट को ऑन या ऑफ कर सकते हैं।तो इसका जो कलर है वो काफी ही अच्छा होता है।यह काफी महंगे होते हैं लेकिन क्वालिटी की बात करें तो इनमें काफी अच्छी क्वालिटी मिलती हैं।
टीवी के बारे में अन्य रोचक तथ्य
- सबसे पहले टीवी स्टेशन 1928 में संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थापित हुआ।
- टीवी शब्द का सबसे पहले प्रयोग कोन्सटेटिन पर्सकेई ने किया।
- भारत में सबसे पहला टेलीविजन टेलीकास्ट दिल्ली में 15 सितंबर 1959 को हुआ।
- पहला रिमोट कंट्रोल 1950 में जेनेथ कंपनी ने बनाया इसे वायर के द्वारा टेलीविजन से जोड़ा गया था।
- शुरुआती टेलीविजन में कैथोड रे ट्यूब (सीआरटी)का यूज़ होता था जिससे काफी भारी होता था.
- अपोलो 11 मिशन पहला टीवी प्रोग्राम था।
- पहला टेलीविजन विज्ञापन बुलावा कॉरपोरेशन की एक घड़ी का था जो 20 सेकंड का था।
- सबसे बड़ा प्लाज्मा टीवी पैरासोनिक कंपनी का है।
निष्कर्ष – टीवी का आविष्कार किसने किया
इस आर्टिकल में हमने आपको बताने की कोशिश की कि टेलीविजन क्या है? टीवी का आविष्कार किसने किया? टेलीविजन किस प्रकार से काम करता है? और भी अन्य जानकारियां तो अगर आपको टेलीविजन के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है। और अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो इस आर्टिकल को अपने फ्रेंड्स के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। और अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इस वेबसाइट को पुनः विजिट करें। आर्टिकल पढ़ने के लिए धन्यवाद!
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FAQ
टीवी का खोज कब हुआ था?
सबसे पहले 1925 में जॉन लोगी बेयर्ड ने टेलीविजन का आविष्कार किया था
भारत में टीवी की शुरुआत कब हुई?
भारत में सबसे पहला टेलीविजन टेलीकास्ट दिल्ली में 15 सितंबर 1959 को हुआ।
टेलीविजन का हिंदी नाम क्या है?
टीवी का पूरा नाम टेलीविजन है, हिंदी में इसे दूरदर्शन कहा जाता है।